Hello दोस्तों ! मैं आसा करता हु की आप सभी ठीक होंगे। तो आज हम इस ब्लॉग में कंप्यूटर कितने प्रकार की होती है , वह देखने वाले है। और यदि आपको जानना हे की कंप्यूटर क्या है computer ki paribhasa तो आप मेरे ब्लॉग को चेक कर सकते है. मैने इन सभी पर ब्लॉग लिखी हुई है आप पढ़ सकते है। तो चलिए अब हम सुरु करते है
कंप्यूटर कितने प्रकार की होती है (Types of Computer)
विभिन्न प्रकार के कंप्यूटरो का आविष्का विभिन प्रकार के उदेश्यो के लिए किया जाता है। सामान्यता कम्पूटरो का वर्गीकरण उनके आकार ,उदेस्य तथा उनके प्रयोग के आधार पर किया जाता है।
कंप्यूटर को मुख्यता दो प्रकार में बाटा गया है;-
1. कार्य के आधार पर कंप्यूटर का वर्गीकरण (classification Based on Application)
2. कंप्यूटर के आकर के आधार पर वर्गीकरण (classification Based on Size)
इस ब्लॉग में हम कार्य के आधार पर कंप्यूटर के वर्गीकरण को देखने वाले है।
कंप्यूटर को कार्य या प्रयोग के आधार पर तीन भागो में बाटा गया है
1-एनालॉग कंप्यूटर (Analog computer)
2-डिजिटल कंप्यूटर (Digital computer)
3-हाइब्रिड कंप्यूटर (Hybrid computer)
1-एनालॉग कंप्यूटर :-
यह कंप्यूटर अंक गणितीय क्रियाए नही कर सकता है। इसके बजाए यह भौतिक रूप से उपलब्ध डाटा पर सीधे कार्य करता है। भौतिक डाटा से आसय ,ताप ,दाब लंबाई ,विद्युत ,द्रव आदि भौतिक डाटा के अंतर गत आते है। इनको भौतिक राशि कहा जाता है , इन कंप्यूटर का प्रयोग वह किया जाता है ,जहा इन भौतिक रासियो की निरन्तर मापने की होसकता होती है। जैसे की इंजीनियरिंग , इंडस्ट्रियल , एवं विज्ञानं के छेत्र में किया जाता है। एनालॉग कंप्यूटर एक विषेस उदेस्य वाला मशीन होता है। स्पीडोमीटर , घडिया , विधुत मीटर , थर्मामीटर ,वोल्टेज मीटर आदि कुछ एनालॉग कंप्यूटर का उदाहरण है।
2:-डिजिटल कंप्यूटर :-
एनालॉग कंप्यूटर जिस प्रकार अंको पर कार्य नहीं करता था ठीक इसके विपरीत डिजिटल कंप्यूटर आंको पर कार्य करता है। डिजिटल कंप्यूटर में सभी डाटा को एक साथ इनपुट किया जाता है ,इसके बाद कंप्यूटर हमारे दोवारा दिए गए इनपुट का निर्देसा नुसार गढ़नाए करने के पस्चात परिणाम आउटपुट के रूप में प्रदान करता है। यह कंप्यूटर गढ़ना करने के साथ-साथ तार्किक कईये भी कर सकता है। यह कंप्यूटर बहुउद्देशीय कंप्यूटर होते है। जब कभी भी कंप्यूटर की चर्चा करते है ,तो हमारा तातपर्य इन्ही कंप्यूटर से होता है। यह उन्ही डाटा पर कार्य करता है जो बाईनेरी लेंग्वेज में होती है
3:-हाइब्रिड कंप्यूटर:-
हाइब्रिड कंप्यूटर ,में एनालॉग कंप्यूटर और डिजिटल कंप्यूटर दोनों के गुण पाए जाते है। इस लिए यह कंप्यूटर भौतिक क्रियाओ के साथ-साथ अंकगणितीय तथा तरर्किक क्रिया भी कर सकता है। इनका आउटपुट अंको तथा मापने की किसी इकाई में होता है। हाइब्रिड का उपयोग चिकित्सा के छेत्र में बहुत हो रहा है। जैसे - रोगी के तापमान,धड़कन ,रक्तचाप आदि एनालॉग सिगनल के रूप में ग्रहण करता है फिर उन्हें डिजिटल सिगनल में बदल कर परिणाम को आंको के रूप में प्रदर्शित करता है।
" इस ब्लॉग में हमने कंप्यूटर के प्रकारो में से पहले प्रकार को देख लिया है इसके अगले आने वाल्व ब्लॉग में हम इसके दूसरे प्रकार को देखेंगे।"
मेरे दोवारा लिखे गए ब्लॉग को पड़ने के लिए धन्यवाद् !
Post a Comment